तेलंगाना में AIMIM के विधायक अकबरुद्दीन औवेसी को अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) नियुक्त किये जाने पर भाजपा विधायको ने किया शपथ ग्रहण समारोह का वहिष्कार

*तेलंगाना में AIMIM के विधायक अकबरुद्दीन औवेसी को अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) नियुक्त किये जाने पर भाजपा विधायको ने किया शपथ ग्रहण समारोह का वहिष्कार*
नई दिल्ली : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इस्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के विधायक अकबरुद्दीन औवेसी को अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) नियुक्त किये जाने को लेकर तेलंगाना में नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह का भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायकों की तरफ से बहिष्कार किया। इस पर राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने रविवार को केंद्र में सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, इस तरह ‘सार्वजनिक तौर पर नफरत की अभिव्यक्ति’ यह सोचने पर मजबूर करती है कि देश किस दिशा में जा रहा है।
तेलंगाना की तीसरी विधानसभा का पहला सत्र शनिवार को नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह के साथ शुरू हुआ। हालांकि, भाजपा विधायक ने सदन से दूरी बनाये रखी। बीजेपी विधायक ने आरोप लगाया कि नियमों का उल्लंघन कर एआईएमआईएम विधायक औवेसी को अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया गया। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में सिब्बल ने कहा कि अकबरुद्दीन ओवैसी को तेलंगाना का अस्थायी अध्यक्ष बनाने पर भाजपा के आठ विधायकों ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया।
सार्वजनिक तौर पर इस तरह नफरत की अभिव्यक्ति यह सोचने पर मजबूर करती है कि मेरा देश कहां जा रहा है!’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्या यही लोकतंत्र की जननी है, जिसकी हम सार्वजनिक रूप से घोषणा करते हैं।’ तेलंगाना विधानसभा का शनिवार को सत्र शुरू होने से पहले, राजभवन में राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने ओवैसी को अस्थायी अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाई। उन्होंने (ओवैसी ने) सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता की। केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा की तेलंगाना इकाई के प्रमुख जी किशन रेड्डी ने आरोप लगाया था कि सदन में अन्य वरिष्ठ सदस्य मौजूद होने के बावजूद औवेसी को अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
विधानसभा का पहला सत्र
तेलंगाना की तीसरी विधानसभा का पहला सत्र शनिवार को शुरू हुआ। नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई गई। मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने सबसे पहले शपथ ली। उनके बाद उपमुख्यमंत्री मल्लू बी. विक्रमार्क ने शपथ ली। हालांकि, बीजेपी विधायकों ने अकबरुद्दीन ओवैसी को अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के विरोध में शनिवार को शपथ नहीं ली। सत्र शुरू होने से पहले ओवैसी ने अस्थायी अध्यक्ष के तौर पर शपथ ली। उन्हें राजभवन में राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने शपथ दिलाई। इसके बाद, ओवैसी ने सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता की। कई सदस्यों के शपथ ग्रहण करने के बाद सदन की कार्यवाही 14 दिसंबर तक स्थगित कर दी गई।

