बालक को दूध पिलाने का नियम*-

*बालक को दूध पिलाने का नियम*-
नित्य स्तन को धोकर प्रथम बार चार बूँद निकालकर दूध पिलाया करें बालक को बार-बार दूध नहीं पिलावें नहीं तो अजीर्ण हो जायेगा । प्रथम दाहिना फिर बांया स्तन पिलावें।एक ही स्तन से पिलायेंगे तो स्तन छोटा बड़ा हो जायेगा।अन्नप्राशन के उपरांत रात्रि में दूध नहीं पिलावें। दिन में दो दो घंटा उपरांत दूध पिलावें।गर्भणी होय तो दूध छुड़ा दें। दो वर्ष तक गर्भणी नहीं होवे तो दूध पिलाती रहे । इसके उपरांत भोजन कराने का अभ्यास करावें।एक ही बार में दूध नहीं छुडायें।खीर, खिचड़ी, दालभात खिलाते हुए दूध छुड़ायें।
बालक को तेल लगाया करें और आटे की लुगधी से शरीर सुखालें, जिससे रोग न हो।धूप में गर्म पानी से नहलाकर कपड़े से साफ पोंछ दिया करें । पेशाब के बिस्तर पर नहीं सुलावें।जल्दी पचने वाली वस्तु खिलायें।भारी चीजें व कच्चे फल नहीं देवें, और न ही आप खायें। बालक को अकेला नहीं छोड़े।जब बोलने लगे तो अच्छी बातें सिखायें।
आर.पी.वर्मा

