*दोस्तों ने फंसने के डर से कर दी अपने ही FRIEND की हत्या….दोनों आरोपी गिरफ्तार….चाक़ू से वार करके उतारा था मौत के घाट* *खुलासा *

दोस्तों ने फंसने के डर से कर दी अपने ही FRIEND की हत्या….दोनों आरोपी गिरफ्तार….चाक़ू से वार करके उतारा था मौत के घाट

खुलासा एंकर दोस्त ही निकले कातिल…अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी.

दो दोस्तो ने दिया निर्मम हत्या की घटना को अंजाम..

बिलासपुर से मस्तूरी बुला कर सुनसान जगह पर किया चाकू व पत्थर से वार,

मस्तूरी पुलिस की सक्रियता से कुछ घंटो मे ही दोनो आरोपी हुए गिरफ्तार

बिलासपुर / मस्तूरी थाना में सूचना मिली कि ग्राम मस्तूरी के शराब भट्टी के आगे टुडीनार खार में नहर किनारे गढ्ढा मे एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है सूचना पाकर मस्तूरी थाना प्रभारी प्रकाश कांत अपने स्टाफ के साथ तत्काल मौके पर पहुच कर मुआयना किया…
मौके पर करीब 30 वर्षीय अज्ञात एक पुरुष का शव खुन से लथपथ मिला जिसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे शव को देखकर प्रथम दृष्टया उक्त अज्ञात व्यक्ति का हत्या होना प्रतीत हो रहा था, हालात को देखते हुए थाना प्रभारी मस्तूरीने तत्काल पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल देव शर्मा को घटना से अवगत कराया गया जिस पर जिला के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के द्वारा तत्काल एक्शन लेते हुए अज्ञात शव की पहचान एवं अज्ञात आरोपीयों की धरपकड़ करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल देव शर्मा, एसीसीयू टीम, डाग स्क्वायड टीम, फॉरेंशिक टीम बिलासपुर को तत्काल घटना स्थल मस्तुरी रवाना किया गया इस दौरान मस्तूरी स्टाफ के द्वारा घटना स्थल को चारो तरफ से सील कर सुरक्षित रखा गया था। टीम घटना स्थल पर पहुंची और मृतक के बैग की तलाशी ली गई जिसमे जमीन संबंधी बहुत सारे दस्तावेज के साथ-साथ नरेश सिंह एवं मंजु सिंह के नाम से दो आधार कार्ड • एवं पेन कार्ड मिला जिसमें पता वार्ड नंबर 30 ठाकुरदेव मंदिर के पास फजलबाड़ा गांधी चौक बिलासपुर लिखा था एवं एक अन्य दस्तावेज आधार कार्ड में पता परिवर्तन फार्म मिला था जो दिनांक 9 फरवरी को जारी हुआ था जिसे वार्ड पार्षद वार्ड क्रमांक 33 गांधी नगर बिलासपुर के द्वारा सत्यापित किया गया था तथा उस फार्म पर उल्लेखित मोबाईल नंबर से संपर्क कर मृतक के पहचान के बारे मे पूछताछ किया गया
जिस पर पता चला कि उक्त फार्म में उल्लेखित नाम मंजु सिंह मृतक की मां है एवं वर्तमान मे वे लोग विवेकानंद कालोनी मोपका सरकण्डा में निवासरत है। तब मृतक की पहचान सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुलदेव शर्मा के द्वारा सीएसपी सिविल लाईन आईपीएस प्रशिक्षु संदीप एवं पुलिस सहायता केंद्र प्रभारी मोपका को विवेकानंद कालोनी मोपका रवाना किया गया।
इसी दौरान पुनः वार्ड क्रमांक 33 गांधी नगर के पार्षद से फोन पर मृतक के संबंध में विस्तृत जानकारी ली गई जिस पर उनके द्वारा मृतक के मामा उमेश सिंह ठाकुर का मोबाईल नंबर दिया जिस पर तत्काल संपर्क कर मृतक का हुलिया बताकर मृतक के संबंध मे पूछताछ किया गया जिस पर पता चला कि उनका भांजा अनिश सिंह ठाकुर का मोबाईल नंबर कल से बंद आ रहा है तथा उनका कोई अता पता नही चल रहा है तब मृतक के मामा को मृतक का फोटो भेजकर पहचान कराई गई फोटो को देखकर मृतक के मामा तत्काल अपने भांजे के रूप में पहचान कर मौका घटना स्थल मस्तूरी के लिये अपने परीजन के साथ रवाना हुए।
मृतक की पहचान होते ही मृतक की पहचान की सूचना पुलिस विभाग के आला अफसरों को दी गई तथा उनसे अज्ञात आरोपीयों की धरपकड़ करने के लिए दिशा निर्देश लिया गया… वही घटना स्थल पर प्राप्त साक्ष्य के आधार पर आरोपीयों तक पहुचने के लिए Asp के नेतृत्व में डाग स्क्वॉड टीम की मदद से अज्ञात आरोपियो की तलाश की गयी..तथा आसपास क्षेत्र के सभी सीसीटीवी फुटेज को चेक किया गया व साथ साथ मस्तूरी थाना और एसीसीयू टीम के द्वारा मुखबीर सूचना के माध्यम से मृतक घटना के पूर्व किन-किन लोगो से मिला कहां कहां गया की जानकारी ली गई
इसी दौरान पता चला कि मृतक दोपहर से शाम तक थाना सिटी कोतवाली में गिरफ्तार हुए कबाडियों को छुड़ाने थाना सिटी कोतवाली मे उपस्थित था जो करीबन 6 बजे थाना से निकला था।
मुखबीर, एसीसीयू टीम एवं थाना मस्तूरी स्टाफ की टीम लगातार अथक प्रयास से पता चला कि मृतक अनिश सिंह ठाकुर अपने दोस्त निकेश कौशिक तेलीपारा बिलासपुर की पल्सर बाईक को मांग कर कही गया था.बिलासागुड़ी में बातचीत करते हुए कहा की थाना प्रभारी सिटी कोतवाली निरीक्षक प्रदीप आर्या ने अपने टीम के साथ निकेश कौशिक निवासी तेलीपारा से संपर्क कर पूछताछ किया जिस पर निकेश कौशिक ने बताया कि मृतक अनिश सिंह उसका दोस्त है जो दिनांक 12 फरवरी की शाम करीबन 6.30 बजे उसके पास आकर उसका पल्सर मोटर सायकल मांगा तो उसके द्वारा कहां जा रहे हो पुछने पर बताया था कि वह अपने दो दोस्त शिबु और अरमान को लाने मस्तूरी जा रहा है। तब वह उसका मोटर सायकल उसे दे दिया था। तब थाना प्रभारी कोतवाली के द्वारा शिबु खान व अरमान खान को तलब कर कोतवाली थाना लाया गया जहां से प्रारंभिक पूछताछ के बाद अग्रिम पूछताछ करने के लिए दोनो को मस्तूरी थाना ले जाकर asp ग्रामीण के नेतृत्व में शिबू और अरमान से कड़ाई से अलग अलग पूछताछ करने पर दोनो आरोपी टुट गये और अपना गुनाह कबूल कर लिये जिस पर दोनो आरोपियों से हत्या के कारण पूछने पर बताये कि दोनो आरोपी अवैध कबाड़ का धंधा करते है। दिनांक 12 फरवरी को बिलासपुर में अवैध कबाड़ियों के खिलाफ कार्यवाही चल रही थी तो दोनो पकड़ाने के डर से करीब 1 बजे दोपहर को मस्तूरी में आकर लूकछिप रहे थे। मृतक काफी दिनो से दोनो को धमकी देता था कि उन दोनों को झूठा केस मे जेल भेजवा कर उनके घर को कब्जा कर लेगा जिससे दोनों परेशान थे..

मृतक दोनो को फोन कर बिलासपुर आने के लिये दबाव बना रहा था दोनों को लगा कि मृतक दोनो को बिलासपुर बुला कर दोनों के अवैध कबाड़ के बारे मे पुलिस को बताकर पुलिस मे पकड़वा कर उनके घर को कब्जा करने के फिराक में है।
मीडिया से चर्चा करते हुए asp ने कहा की जिसके कारण दोनो ने मिल कर मृतक अनिश सिंह को हमेशा के लिये रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और आपराधिक षडयंत्र कर मृतक को अकेले बिलासपुर से मस्तूरी बुलाकर अपने बताये अनुसार सुनसान जगह में दोनों ने मिलकर मृतक को चाकू से ताबड़तोड़ वार कर एवं मृतक के सर को पत्थर से कुचल कर हत्या कर दिये है तथा मृतक के दोनो मोबाईल को तोड दिये… व साक्ष्य छुपाने के लिये घटना में प्रयुक्त चाकू तथा तोड़े हुए मोबाईल को घटना स्थल से करीब 7 किमी0 दुर हाईवे किनारे दर्रीघाट के झाडी मे फेक दिये है व मृतक के मोटर सायकल को बिलासपुर रेल्वे स्टेशन में बुधवारी बाजार के पीछे गली मे खड़ा कर लॉक करके छोड़ दिये है..
मस्तूरी थाना के द्वारा आरोपीयों के बताये अनुसार घटना में प्रयुक्त चाकू मृतक का टुटे हुए मोबाईल व बाईक को जप्त किया गया है एवं दोनो आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया गया है…

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