छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट सत्र में सत्ताधारी दल के विधाकय अपने ही विधायकों को घेरते नजर आए। तो वही कांग्रेस विधायकों से जमकर नोकझोक भी हुई। मामला इतना बढ़ गया कि विधानसभा अध्यक्ष रमन सिह को हस्तक्षेप कर मामला सुलझाना पड़ा।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट सत्र में सत्ताधारी दल के विधाकय अपने ही विधायकों को घेरते नजर आए। तो वही कांग्रेस विधायकों से जमकर नोकझोक भी हुई। मामला इतना बढ़ गया कि विधानसभा अध्यक्ष रमन सिह को हस्तक्षेप कर मामला सुलझाना पड़ा।
विधानसभा में प्रश्नकाल से लेकर ध्यानाकर्षण तक विधायकों ने कई तीखे सवाल दागे तो कई विधायक अपनी ही सरकार को घेरते नजर भी आए।
सदन में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने अपनी ही सरकार के वित्त मंत्री ओपी चैधरी को जमकर घेरा और सवाल दागे। सबसे पहले अजय चंद्राकर ने विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह से सवाल करते हुए कहा कि जो सवाल करना है वो पेज ही परिशिष्ट से गायब है। अजय चंद्राकर का इतना कहते ही विधायकों के बीच टोका टाकी शुरू हो गई। तो वही अजय चंद्राकर के सवालों का जबाव ओपी चैधरी ने दिया तो चंद्राकर ने ओपी चैधरी को विद्वान मंत्री कहते हुए तंज कसा।
रोका टोकी को लेकर चंद्राकर ने कांग्रेस विधायक कवासी लखमा पर बरस गए। उन्होंने लखमा से कहा कि वह सीनियर है उन्हें बीच में नहीं बोलना चाहिए। इतना ही नहीं चंद्राकर ने लखमा को न्याय यात्रा में जाने की नसीहत दे डाली। इसके बाद हंगामा हो गया। विवाद को देख विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया।
आपको बात दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट सत्र के दौरान भाजपा विधायक अपनी ही सरकार को घेरते नजर आ रहे है। सत्ता पक्ष विधायक और विपक्ष के विधायक कई मामलों और सरकार की योजनाओें को लेकर आवाज उठा रहे है। कुल मिलाकर नई सरकार अपनों से ही घिरती नजर आ रही है।