DEO टीआर साहू के घर ACB का छापा, दस्तापेज खंगाले, बड़ी तादाद में गहने, नकदी व संपत्ति के दस्तावेज जब्त

ACB raids DEO TR Sahu's house, scrutinizes documents, seizes large amount of jewellery, cash and property documents

बिलासपुर : जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) के ठिकानों में पड़ी छापेमारी खत्म हो चुकी है. इस छापेमारी को लेकर एसीबी (ACB) ने एक प्रेसनोट जारी कर इसकी जानकारी दी. एन्टी करप्शन ब्यूरो को जिला शिक्षा अधिकारी, बिलासपुर टीकाराम साहू के के खिलाफ अनुपातहीन सम्पत्ति की शिकायत मिली थी. जिसकी जांच और सम्पत्ति के गोपनीय सत्यापन के बाद अपराध कमांक 30/2024, धारा-13 (1) बी, 13(2) भ्र.नि.अ. 1988 यथासंशोधित 2018 का जुर्म दर्ज कर आज 3 अगस्त 2024 को तड़के सुबह उनके बिलासपुर/कवर्धा स्थित निवास स्थान तथा कार्यालय में सर्च कार्यवाही की गई. सर्च कार्यवाही के बाद शिकायत में उल्लेखित रायपुर, बिलासपुर/कवर्धा स्थित अचल सम्पत्तियों के दस्तावेज के अतिरिक्त कैश, गहने, एफडी/एलआईसी में लाखों रुपये के निवेश से संबंधित दस्तावेज भी जप्त किये गए. मामले में जांच जारी है.
टीम जिस समय पहुंची. डीईओ साहू मार्निंग वाक पर गए थे. सुबह करीब छह बजे लौटे तो एसीबी की टीम ने अपना परिचय दिया और उनसे आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच की बात कही. इस बार एसीबी टीम ने लोकल पुलिस को छापे की जानकारी नहीं दी थी. इससे छापे के दौरान वहां कोई पुलिस बल मौजूद नहीं था. मामले में किसी को भनक तक नहीं लगी. एसीबी की टीम की कार्रवाई के बाद जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने इस मामले को गलत शिकायत बताते हुए कहा कि जांच में कुछ भी साबित नहीं हुआ है.
आफिस व कवर्धा के निवास में भी पहुंची टीम: एसीबी की टीम ने जिला शिक्षा अधिकारी के आफिस की भी जांच की. अवकाश के दिन जिला शिक्षा अधिकारी का चैंबर खुलवाकर सात सदस्यीय टीम ने जांच की. साहू ने बताया कि टीम ने उनके निवास पर भी एक-एक दस्तावेज खंगाले. लेकिन जांच के बाद टीम को कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली. साहू ने कहा कि उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत गलत है. इधर, एसीबी की एक टीम द्वारा उनके कवर्धा स्थित निवास पर भी छापा मारने की सूचना है.
मुंह छिपाते दिखे डीईओ साहू: कार्रवाई के दौरान एसीबी की टीम जिला शिक्षाधिकारी टीआर साहू को उनके सरकारी आवास से जिला शिक्षा कार्यालय भी लेकर गई. जहां विभागीय दस्तावेज खंगाले गए और अधिकारी से पूछताछ की गई. इस दौरान जिला शिक्षाधिकारी टीआर साहू मीडिया के सामने रुमाल से चेहरा छिपाते दिखे. हालांकि पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है.
व्याख्याता के पद से हुई थी शुरुआत: टीआर साहू ,मुख्य रूप से कवर्धा के रहने वाले है। जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने बताया कि वह पिछले 36 सालों से शिक्षा विभाग से जुड़े हुए हैं पास से 35 साल पहले उनकी नियुक्ति व्याख्याता के तौर पर हुई थी मौजूदा समय में वह जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।उ न्होंने बताया कि उनकी पत्नी भी व्याख्याता है.

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