भगवान श्री कृष्ण जी बाल लीला करते किया दुष्टों का संहार,,,,कृष्णम वन्दे

मित्रता हो तो दूध और पानी की तरह

सीपत,,,,, एकता कालोनी बिलासपुर डी एल एस कालेज के पास चल रही श्रीमद भागवत ज्ञान कथा संगीतमय के छठवें दिन लोहर्सी (सोन) के वाले विप्र परिवार स्वर्गीय श्री अंबिका प्रसाद द्विवेदी जी (सेवानिवृत्त शिक्षक )की वार्षिक श्राद्घ के अवसर पर भगवान श्री कृष्ण और रूखमणी विवाह का मनोहरम झांकी निकाली गई l कथा वाचक वेदव्यास जी के पण्डित श्री कृष्णम वन्दे पांडेय जी महराज (जांजगीर चांपा वाले)के मुखर वृंद से भगवान श्री कृष्ण जी के बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान बाल लीला कर अपने बाल काल में ही बड़े-बड़े दुष्ट राक्षसो का वध किया l पंडित कथावाचक ने कहा की मित्रता दूध और में पानी की तरह होना चाहिए जैसे अग्नि में दूध के पकने से पनी पहले नष्ट होता है उसे देखकर दूध भी अपनी मित्रता के प्रति अगाध प्रेम को देखकर दूध भी अग्नि में उबाल करने लगता है l भगवान श्री कृष्ण गोकुल में गोपियों से यशोदा मैया से नटखट स्वभाव से सब का मन मोह लिया था l देवता भी भगवान की लीलाओं को देखने और उनसे मिलने विभिन्न रूपों में आकर गोकुल में भगवान श्री कृष्ण जी की बाल रूपों को देखने को तरसते थे l भागवत ज्ञान कथा के छठवें दिन भगवान श्री कृष्ण और रुकमणी विवाह का सजीव चित्रण कर आकर्षक झांकी निकाली गई l भागवत श्रीमद् भागवत ज्ञान योग्यता का मुख्य अजमान लक्ष्मी प्रसाद द्विवेदी नीलिमा आशुतोष द्विवेदी प्रतिभा अवधेश द्विवेदी शालिनी अभिषेक द्विवेदी तुलजा गार्गी जलज ईरा है l कथा में लोहसी तिवारी परिवार के इस अवसर पर दिलीप तिवारी जवाहर तिवारी अखिलेश तिवारी दिलीप तिवारी पंडित गंगाराम तिवारी मनोज तिवारी राजकुमार तिवारी एवं एकता कॉलोनी अशोकनगर के गणमान्य श्रोतागण काफी संख्या में उपस्थित रहे l

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