मैनपुर में हाथियों ने बुजुर्ग को कुचल कर ले ली जान, मुख्य वन संरक्षक व उपनिदेशक पहुंचे मृतक के घर

संवाददाता : अब्दुल समद रिज़वी
गरियाबंद : गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र में बीते रात हाथियों के दल ने खेत के झोपड़ी में सो रहे बुजुर्ग ग्रामीण को पहले सुंड से खीचकर बाहर निकाला और पटक -पटक कर मौत के घाट उतार दिया. हाथियों के दल ने बुजुर्ग ग्रामीण को इस बुरी तरह से पैरो से कुचल कर मार डाला कि ग्रामीण की लाश टुकड़े -टुकड़े में बिखर गई.
इस हृदय विदारक घटना की जानकारी लगते ही बुधवार सुबह घटना स्थल पर बड़ी तादाद में ग्रामीणों की भीड़ लग गई और वन विभाग तथा पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचकर पंचनामा कार्यवाही कर शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनो को सौप दिया.
वही इस घटना के बाद क्षेत्र में हाथियों के द्वारा फिर डेरा डाल देने से भारी दहशत देखने को मिल रही है. पिछले डेढ़ सालों के भीतर उदंती सीतानदी और गरियाबंद वन मंडल क्षेत्र के जंगल में हाथियों के जरिए करीब एक दर्जन लोगो को मौत के घाट उतारा जा चुका है.
मिली जानकारी के मुताबिक करीब 5 माह बाद हाथियों का दल जिसे सिकासार दल के नाम से जाना जाता है और इसमें 32 से 34 हाथियों की तादाद है यह हाथियो का दल मंगलवार को दोपहर सीतानदी वन परिक्षेत्र से होते हुए गौरगांव शोभा क्षेत्र पहुंचा. जिसकी जानकारी लगते ही वन विभाग द्वारा बकायदा गांव-गांव में मुनादी करा कर लोगो को अकेले जंगल की तरफ नही जाने की अपील भी कराइ गई थी. हाथियों का दल उदंती सीतानदी टाइगर के बफर जोन एरिया वन परिक्षेत्र तौरेंगा के ग्राम अड़गड़ी के समीप कल रात 8 बजे के आसपास पहुंच गया था.
मैनपुर से महज 15 किमी दूर ग्राम अड़गड़ी के पंडरीपानी में अपने खेत जो जंगल से लगा हुआ है. वहां झोपड़ी में ग्रामीण बुधराम मरकाम पिता गिरजा राम मरकाम उम्र करीब 65 साल सो रहा था कि करीब रात 2 बजे के आसपास हाथियों का दल किसान के झोपड़ी के पास पहुंच गया और झोपड़ी को चारो तरफ से घेर लिया हाथियों के चिंघाड़ से बुजुर्ग किसान अपने आप को बचाने की कोशिश जरुर किया होगा. लेकिन चारों तरफ से करीब 32-34 हाथियों ने घेरकर ग्रामीण को पैरो से कुचल कर बुरी तरह से मौत के घाट उतार दिया.
ग्रामीण का शव कई हिस्सो में अलग-अलग हो गया. क्षतविक्षत लाश चारों तरफ बिखर गई. यहां पर हाथियों का सुबह 5 बजे तक मंडराते रहा. उसके बाद तौरेंगा के तरफ चला गया.
इसकी जानकारी लगते ही सुबह वन विभाग के अफसर और जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम मौके पर पहुंचे साथ ही शव का पोस्टमार्डम करवा कर परिजनो को सौप दिया गया है तो वही मृतक के परिजनो को वन विभाग द्वारा फ़ौरन सहायता राशि 25 हजार रूपये दिया गया है.
हाथियों का दल करीब 5 माह बाद मैनपुर क्षेत्र में एक बार फिर लौटा है और इस बार हाथियों का दल काफी आक्रमक दिखाई दे रहे हैं. मैनपुर क्षेत्र में पहुंचते ही हाथियों के दल ने एक ग्रामीण बुजुर्ग को मौत के घाट उतारा है. जिससे पुरे क्षेत्र में दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है. दिन भर हाथी मित्र दल के सदस्य और वन अमला गांव -गांव पहुंचकर लोगों को जंगल की तरफ नही जाने की मुनादी कर अपील करते रहे.
हाथियो के दल द्वारा ग्रामीण को मौत के घाट उतारने की जानकारी लगते ही मुख्य वन संरक्षक प्रणीता पाॅल, उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन, जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम, सहायक संचालक गोपाल कश्यप, वन परिक्षेत्र अधिकारी कुल्हाड़ीघाट अमरसिंह ठाकुर एवं वन विभाग के स्थानीय अधिकारी कर्मचारी मृतक के घर पहुंचकर परिजनो को फ़ौरन मुआवजा राशि उपलब्ध कराई है. साथ ही वन विभाग के अफसर देर रात तक हाथी प्रभावित ग्रामो के गांवो में पहुंचकर लोगो को जंगल की तरफ नही जाने की अपील कर रहे हैं.

