सड़क पर रहने वाले बच्चों, बाल मजदूरों, कूड़ा उठाने वालों, भीख मांगने वाले बच्चों की पहचान का चलाया गया अभियान

संवाददाता : अब्दुल समद रिज़वी

गरियाबंद : जिला बाल संरक्षण समिति द्वारा मिशन वात्सल्य योजना अंतर्गत गरियाबंद जिले में सड़क पर रहने वाले बच्चे, बाल श्रमिक, अपशिष्ट संग्राहक, भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के रेस्क्यू और पुर्नवास हेतु अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग के संबंधित सेक्टर पर्यवेक्षक, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई (मिशन वात्सल्य योजना) और चाईल्ड लाईन 1098 की संयुक्त टीम का गठन किया गया है.

इस अभियान के जरिए जानकारी दी जा रही है कि ऐसे बच्चे जो सड़क जैसी परिस्थितियों में, बिना किसी सहयोग के अकेले रहते हैं और रात में झुग्गी झोपड़ी बस्तियों में रहने वाले अपने परिवारों के पास वापस आ जाते हैं. ऐसे श्रेणी के बच्चे अपनी उत्तर जीविका भोजन, वस्त्र आश्रय एवं संरक्षण हेतु प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के संघर्षाे एवं चुनौतियों का सामना करते हैं उन बच्चों का चिन्हांकन कर उनका संरक्षण प्रदान करने शिक्षा और दूसरी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने उनके परिवारों को शासन की विभिन्न योजना को लाभ दिलाते हुए प्रशिक्षण और उनके रोजगार की व्यवस्था के लिए कई विभाग से समन्वय व कार्य योजना अनुसार 1 मार्च 2023 से 31 मार्च 2023 तक अभियान चलाया जा रहा है.

इस अभियान के अन्तर्गत सड़क में रहने वाले अपशिष्ट संग्राहक/बाल भिक्षावृत्ति/भटके हुए बच्चों के चिन्हांकन हेतुु रेस्क्यू अभियान चलाते हुये रेस्क्यू टीम द्वारा जिले में सतत रूप से निरीक्षण किया जा रहा है. ताकि कोई भी ऐसे बच्चों का चिन्हांकन होने की दशा में फौरन उन पर पुनर्वास की प्रक्रिया किया जाए. जिले में किसी भी ऐसे बच्चे का चिन्हांकन होने पर फौरन कार्यवाही कर बच्चों के सर्वोत्तम हित को ध्यान में रखते हुऐ बाल कल्याण समिति गरियाबंद में पेश कर पुनर्वास की कार्यवाही और शिक्षा से जोड़ने के कार्य पर बल दिया जा रहा है.

रेस्क्यू अभियान के दौरान छुरा में 2 बाल श्रमिक पाए गए. उक्त बाल श्रमिक एवं उनके परिवार को टीम द्वारा बाल कल्याण समिति गरियाबंद मे प्रस्तुत होने को कहा गया. बच्चों के परामर्श उपरान्त उनके उचित सुरक्षा/संरक्षण/देखभाल व शिक्षा से जोड़ने की कार्यवाही किया जाएगा.

उक्त अभियान में पर्यवेक्षक श्रीमती कुन्ती साहू, जिला बाल संरक्षण इकाई से विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी शरदचंद निषाद, परामर्शदाता प्रेम शंकर यादव, ऑउटरीचवर्कर अजीत शुक्ला, यशवंत धु्रव, श्रीमती हेमलता नाविक, श्रीमती स्नेहलता शुक्ला और चाईल्ड लाईन से परियोजना समन्वयक तुलेश्वर साहू, टीम मेम्बर श्रीमती पोखन धु्रव, परामर्शदाता सुश्री निशा, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग और पुलिस विभाग शामिल हैं.

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