*किसान न्याय योजना को किसान तस्करी न्याय योजना कहे जाने पर पूर्व मंत्री अजय का कांग्रेसियों ने फूंका पुतला…? कांग्रेसियों सहित भारी संख्या में किसानों की रही उपस्थिति.*

किसान न्याय योजना को किसान तस्करी न्याय योजना कहे जाने पर पूर्व मंत्री अजय का कांग्रेसियों ने फूंका पुतला…? कांग्रेसियों सहित भारी संख्या में किसानों की रही उपस्थिति…!
बिलासपुर:- जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष एवं किसान नेता प्रमोद नायक के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बुधवार को नेहरू चौक में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री विधायक अजय चन्द्राकर का पुतला दहन किया। इस दौरान कांग्रेसियों ने बताया कि अजय चन्द्राकर ने मुख्यमंत्री भुपेश बघेल द्वारा की गई घोषणा प्रति एकड़ 15 क्वि. धान से बढाकर 20 क्वि. खरीदी की योजना को किसान तस्करी न्याय योजना कहां, जो समस्त किसानों का घोर अपमान है, उन्होनें किसानों को तस्कर कहकर अपमानित किया। जिसके विरोध मेरे पुतला दहन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित किसानों को विधायक शैलेष पांडेय विधायक बिलासपुर, संसदीय सचिव व तखतपुर विधायक रश्मि सिंह, अपेक्स बैंक अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर, वरिष्ठ नेता अनिल टाह, मस्तूरी पूर्व विधायक दिलीप लहरिया, प्रदेश प्रवक्ता अभयनारायण राय, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान ने संबोधित किया। संबोधन के पश्चात कांग्रेसजनों एवं किसानो ने अजय चंन्द्राकर का पुतला फुका।
इस अवसर पर पूर्व विधायक चन्द्रप्रकाश वाजपेयी, अशोक अग्रवाल, अंबालिका साहू, शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय, वाणी राव, नरेन्द्र बोलर, राजेन्द्र साहु ( डब्बू), जिला पंचायत सभापति राहुल सोनवानी, शिवबालक कौशिक, महेश दुबे, महेन्द्र गंगोत्री, ऋषि पान्डेय, अनिल सिंह चौहान, अजय सिंह, केश शिल्प बोर्ड उपाध्यक्ष चित्रकांत श्रीवास, संतोष दुबे, संजय साहू, जावेद खान, विनोद साहू, सीमा पांन्डेय, निर्मल पिंकी बत्रा, अजरा खान, रिंकु शर्मा, काजू महराज, राजेन्द्र वर्मा, पुनाराम, बद्री यादव, अयुब भाई एवं ग्राम सेदरी, सेमरताल, भरारी, सरकंडा, बिरकोना, चपोरा, रानीगांव, कर्रा, नगोई, पौसरा, बोदरी, सैदा, सकरी, छतौना, बिल्हा, हिर्री, मोपका, तोरवा, सिलपहरी से भारी किसानों ने अपनी उपस्थिति देकर आक्रोश व्यक्त किया। इस अवसर पर नायक ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए पूर्व मंत्री से कहा कि वे किसानों से माफी मांगे। इस कार्यक्रम में आस- पास के गांवो के करीब दो सौ किसानों की उपस्थिति रही। किसानों ने भूपेश सरकार द्वारा लिए गए फैसले को एतिहासिक बताते हुए कहा कि पिछले चार साल खेती किसानी में काफी समृद्धि आयी है, वही किसानों ने कहा पूर्व मंत्री द्वारा किए गए व्यवहार से हम दुखी है और पूर्व मंत्री को हमसे माफी मांगनी चाहिए ।

