ईद का त्योहार एकता के साथ चलने का पैगाम देता है. इस खास पर हर मुसलमान खुदा का शुक्रिया अदा करता है. लोग नये-नये कपड़े पहनते हैं और एक-दूसरे को गले लगाकर ईद मुबारक कहते हैं. बुजुर्ग लोग अपने से छोटों को ईदी देते हैं और गिफ्ट्स का आदान-प्रदान भी होता है. इस दिन घरों में सेवइयां बनाई जाती हैं और पारंपरिक व्यंजन तैयार किए जाते हैं. ईद के दिन लोगग दान भी करते हैं जिसे जकात कहते हैं. जो मुस्लमान आर्थिक तौर पर कमजोर होते हैं उन्हें फितरा भी दिया जाता है.
इस्लामिक मान्यता के अनुसार, ईद की सुबह उठकर पहली नमाज पढ़ी जाती है. जिसे सलात अल-फ़ज्र कहते हैं. इसके बाद घर पर मीठा बनता है और उसे परिवार के सभी सदस्य खाते हैं. फिर लोग नये कपड़े पहनकर ईदगाह जाते हैं और जहां पर पूरा मुस्लिम समुदाय इकट्ठा होता है और वहां पर ईद की नमाज़ अदा की जाती है. नमाज़ के बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद देते हैं.शाम के वक्त एक खास दावत होती है. जिसमें कई तरह के पारंपरिक व्यंजन बने होते हैं और सभी रिश्तेदार, दोस्तों को बुलाया जाता है. इस खास दिन पर मीठी सेवइयां जरूर बनाई जाती हैं.इस साल, ईद का त्योहार 22 अप्रैल को मनाया जाएगा. आप अपने दोस्तों और परिजनों के साथ इस त्योहार को मनाएं और उन्हें
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