डॉ. रेशमा अंसारी का काव्य संग्रह ‘नाव प्यार की’ का रायपुर कमिश्नर डॉ. संजय कुमार अलंग और कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने किया विमोचन

रायपुर : मैट्स यूनिवर्सिटी के हिन्दी विभाग की प्राध्यापक और विभागाध्यक्ष डॉ. रेशमा अंसारी के काव्य संग्रह ‘नाव प्यार की’ का विमोचन रायपुर कमिश्नर डॉ. संजय कुमार अलंग और कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने किया. इस मौके पर मैट्स यूनिवर्सिटी के महानिदेशक प्रियेश पगारिया खास तौर पर मौजूद थे.
रायपुर कमिश्नर डॉ. संजय कुमार अलंग और कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने काव्य संग्रह ‘नाव प्यार की’ को सराहनीय बताते हुए विभागाध्यक्ष हिन्दी डॉ. रेशमा अंसारी को शुभकामनाएँ दी. और लगातार लेखन कार्य करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया. इस मौके पर मैट्स यूनिवर्सिटी के महानिदेशक प्रियेश पगारिया और विभागाध्यक्ष हिन्दी डॉ. रेशमा अंसारी द्वारा विश्वविद्यालय की तरफ से स्मृति चिन्ह भेंटकर आभार व्यक्त किया गया.

काव्य संग्रह ‘नाव प्यार की’ में डॉ. अंसारी द्वारा रचित 80 मौलिक कविताओं का संग्रह है. जो जीवन के कई पहलुओं को गहराई से अभिव्यक्त करती हैं. इस काव्य संग्रह में महज चंद अल्फ़ाज़ में जिंदगी के रहस्य को उद्घाटित करने की कोशिश की गई है. सरल, सहज शब्दों में बातों को गहराई से दिल में उतार देने वाली यह कृति अद्भुत है. इसमें चिंतन, दार्शनिकता, अध्यात्म के साथ-साथ प्रेम के कई रूप दिखाई देते हैं.
समय की मांग के मुताबिक यह कृति आपसी भाईचारे को बढ़ावा देती है. आज के आधुनिक परिवेश में समाज में सौहार्द और प्रेम की भावना का विस्तार बेहद जरुरी है. इस काव्य संग्रह का मकसद है आदर्श की स्थापना कर एक श्रेष्ठ समाज के निर्माण में लेखन के जरिए सहयोग प्रदान करना.
यह डॉ. रेशमा अंसारी का दूसरा काव्य संग्रह है. इस पुस्तक में अंतरराष्ट्रीय हिन्दी समिति, न्यूयॉर्क के सदस्य और भारत हिन्दी प्रचार-प्रसार समिति दिल्ली के अध्यक्ष और मशहूर साहित्यकार प्रेम भारद्वाज ज्ञानभिक्षु, विश्व हिन्दी साहित्य सेवा संस्थान प्रयागराज के अध्यक्ष डॉ. शहाबुद्दीन नियाज़ मोहम्मद शेख और छत्तीसगढ़ की वरिष्ठ महिला साहित्यकार डॉ. सत्यभामा आडिल ने भूमिका लेखन के साथ शुभकामनाएँ दी हैं.
हिन्दी साहित्य की विविध विधाओँ पर अब तक उनकी नौ पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है. विमोचन के मौके पर डॉ. रेशमा अंसारी के पति शेख आबिद (पत्रकार), पुत्र शेख राजिक रजा, हिन्दी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कमलेश गोगिया खास तौर पर मौजूद थे.
मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति गजराज पगारिया, महानिदेशक प्रियेश पगारिया, कुलपति प्रो. के.पी. यादव, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांड, कुलसचिव गोकुलनानंदा पंडा सहित मैट्स विश्वविद्यालय परिवार ने हर्ष व्यक्त किया है.

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