जांच प्रतिवेदन के आधार पर नहीं हुई कार्यवाही, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, बिहारी सिंह टोडर- अब होगी जनहित हाईकोर्ट में याचिका दायर

तखतपुर : छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर जिले की तहसील तखतपुर में जिला सचिव बिहारी सिंह टोडर ने सरपंच और सचिव के खिलाफ बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप लगाये हैं. जिसकी उन्होंने कलेक्टर को भी लिखित शिकायत की है. लेकिन जांच के बाद भी कार्यवाही न होने से क्षेत्र के लोगों में बेहद नाराजगी है.
टोडर ने कहा कि जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण बिलासपुर के जिला सचिव बिहारी सिंह टोडर ने कहा कि तखतपुर विधानसभा के ग्राम खरकेना के सरपंच और सचिव के द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अनियमितता की गई है. जिसकी शिकायत ग्रामीणों से मिलने पर मेरे और कुछ जनप्रतिनिधियों के द्वारा कलेक्टर बिलासपुर से जांच के लिए निवेदन किया गया था.
टोडर ने कहा कि जिसकी जांच कलेक्टर महोदय ने एक कमेटी बनाकर जांच अधिकारी प्रमिल लठारे जी, महेश पंद्राम, विनय विश्वकर्मा द्वारा कराई गई. जांच प्रतिवेदन की सत्यापित कापी मैने सूचना के अधिकार 2005 के तहत प्राप्त किया है. जिसके मुताबिक
(1) जांच प्रतिवेदन के आधार पर सरपंच, सचिव द्वारा 994700 (नव लाख चौरांबे हजार सात सौ) रुपए सामग्री व्यय बताया गया है. जो न तो रोकड़ बही में दर्ज है न ही कोई बिल वाउचर उपलब्ध है.
(2) ग्राम पंचायत खरकेना में तीन वर्षीय वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत उद्यान विभाग द्वारा पहले साल 1108 (ग्यारह सौ आठ) पौधे लगाए गए थे. जिसमे से वर्तमान में एक भी पौधे अभी जीवित नही है. जबकि उसकी रखरखाव के लिए चारों तरफ चैन फिनसिंग किया गया है. मोटर पंप भी लगाया गया है. सर्व सुविधा उपलब्ध है. फिर भी जांच में एक भी पौधे जीवित नही मिला है. यह वृक्षारोपण का कार्य त्रिवर्षीय कार्यक्रम था.
टोडर ने कहा कि उसके बाद भी सरपंच, सचिव ने एक ही साल के बाद उस जमीन का बिना किसी सक्षम अधिकारी के लिखित आदेश के पौधे रोपित जमीन का समतलीकरण कर दिया गया. जिससे पौधारोपण कार्य में बड़े पैमाने पर अनियमितता और लापरवाही बरती गई. और 78198 (अठहत्तर हजार एक सौ अन्नठानबे) रुपए की रकम का दुरुपयोग भी किया गया.
टोडर ने कहा कि वर्तमान में उनके द्वारा बनाई गई पुलिया निर्माण में भी भ्रष्टाचार किया गया है. इसके साथ ही कई तरह से अनियमितता की गई है. जिसके बारे में कलेक्टर बिलासपुर को आगे की कार्यवाही के लिए आग्रह किया गया है.
टोडर ने कहा कि अगर दोषियों के खिलाफ सही ढंग से अगर उन पर कार्यवाही नही होती है तो हम भ्रष्टाचार एवम पर्यावरण निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही के लिए हाईकोर्ट में पिटिशन दायर कर अपना पक्ष जनहित में रखेंगे. इसके बारे में 15 सितम्बर 2023 को एस.डी.एम. तखतपुर से फोन से चर्चा भी हुई लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला. भ्रष्टाचार करने वाला कोई भी हो उसे सजा मिलनी ही चाहिए. सरपंच अपने आपको तखतपुर क्षेत्र की किसी बड़े नेता का करीबी बताकर कार्यवाही को दबा रहा है. और उस नेता की संरक्षण में ही बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है.

