गरियाबंद जिले में अवैध रेत माफियाओं की दबंगई, इंस्पेक्टर सहित स्टाफ के साथ हाथापाई, हाफिज खान- खनिज अधिकारियों के ऊपर हमला बेहद दुखद घटना

गरियाबंद जिले में अवैध रेत माफियाओं की दबंगई सामने आई है. सोमवार को पांडुका के समीप कुटैना रेत घाट पर माईनिंग विभाग की टीम कार्रवाई करने पहुंचे थे. तभी करीब 25 से 30 रेत माफिया ने अधिकारियों पर जानलेवा हमला कर दिया. रेत माफियाओं ने अधिकारियों के साथ हाथापाई कर डंडे से पीटा. गाड़ी में भी तोड़फोड़ की. खनिज अधिकारियों को अपनी जान बचाकर मौके से भागना पड़ा. मामला पाण्डुका थाना क्षेत्र का है.
मिली जानकारी के मुताबिक पाण्डुका थाना से सिर्फ 2 किमी दूर ग्राम कुटेना के रेत घाट में अवैध रूप से रेत खनन कर परिवहन किया जा रहा था. इसकी खबर मिलने पर गरियाबंद जिले के खनिज अधिकारी फागुलाल नागेश के निर्देश पर खनिज निरीक्षक सुभाष साहू अपने स्टाफ के साथ सोमवार रात करीब 9 बजे कार्रवाई करने कुटेना पहुंचे.
बताया गया कि रेत घाट की अवधि खत्म होने के बाद भी रेत माफिया यहां चेन माउंटेन मशीन लगाकर रेत का अवैध खनन कर रहे थे. जिसके चलते इंस्पेक्टर मशीन जब्त कर थाना ले जा रहे थे. इसी दौरान अचानक तीन चार गाड़ियों में रेतमाफिया आ गए. करीब 20-25 से ज्यादा तादाद में पहुंचे रेत माफिया ने पहले पत्थर से उन पर हमला कर दिया. गाड़ी के कांच तोड़ दिए. फिर इंस्पेक्टर सुभाष साहू सहित अन्य स्टाफ के साथ हाथापाई की. उन्हें डंडे से पीटा.
बताया जाता है कि आरोपियों के पास कई धारदार हथियार थे. देशी कट्टा होने की भी जानकारी सामने आई है. मारपीट के बाद अधिकारी जान बचाने मौके पर ही गाड़ी छोड़ के पैदल भाग निकले. जंगल झाड़ी में छुपते ड्राइवर नंद लाल ने सबसे पहले पाण्डुका थाने में जानकारी दी. जिसके बाद जिला खनिज अधिकारी फागुलाल नागेश भी मौके पर पहुंचे.
मंगलवार सुबह माइनिंग निरीक्षक सुभाष साहू की लिखित शिकायत के बाद पांडुका पुलिस ने स्थानीय 4 आरोपियों के अलावा अज्ञात 10-12 आरोपियों के खिलाफ मारपीट, बलवा, शासकीय कार्य में बाधा समेत विभिन्न 10 गैर जमानती धाराओं के तहत मामला कायम किया.
पांडुका थाना प्रभारी सूर्यकांत भारद्वाज ने बताया कि खनिज विभाग की टीम ने खदान से हाईवा को जब्त किया. साथ ही आरोपी महेश छाबड़ा, सुरेश, कलीराम साहू, राहुल बांधेकर के खिलाफ नामजद और अज्ञात 10 से 12 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
जिला माइनिंग अधिकारी फागूलाल नागेश ने बताया कि अवैध खनन की खबर पर 29 जनवरी की रात माइनिंग की टीम कुटेना में चल रहे अवैध रेत खनन पर कार्रवाई करने पहुंची थी. इस दौरान मौके पर 3 चेन माउंटेन और 20 से भी ज्यादा हाईवा मौजूद थे. कार्रवाई के दौरान रेत माफिया ने सरकारी अमले से मारपीट की. ड्राइवर के हाथ में चोट लगी है और सूजन है.
बता दें कि गरियाबंद जिले के राजिम क्षेत्र में इन दिनों अवैध रूप से रेत उत्खनन का कार्य धड़ल्ले से चल रहा है. जानकारी के अनुसार महानदी के ग्राम कुटेना, कोपरा, चौबेबांधा और कूकदा, पितईबंध घाट में दिन-रात रेत का अवैध परिवहन हो रहा है.
इधर घटना के बाद गरियाबंद कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने जिले में खनिजों के अवैध खनन, भंडारण और परिवहन पर कड़ाई से रोक लगाने कई क्षेत्रों के लिए निगरानी दल का गठन किया है. निगरानी दल का गठन जिले के चिन्हांकित संवेदनशील क्षेत्रों के लिए किया गया है. अनुविभागवार एसडीएम के नेतृत्व में गठित दल में राजस्व, खनिज, परिवहन और पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारी शामिल है.

हाफिज खान- खनिज अधिकारियों के ऊपर हमला बहुत दुखद घटना

गरियाबंद जिले में पांडुका के कुटैना रेत घाट में जिस तरह से खुलेआम दादागिरी के साथ अवैध उत्खनन किया जा रहा है. और कार्यवाही करने पर दहशत दिलाने की नियत से खनिज अधिकारियों के ऊपर हमला करना बेहद दुखद घटना है. कांग्रेस पार्टी के शासन काल के दौरान इस तरह की कभी कोई घटना नहीं हुई.
उन्होंने कहा कि वहीं कांग्रेस के शासन काल में बीजेपी नेता हमेशा अवैध उत्खनन का बहुत विरोध करते थे. लेकिन आज बीजेपी नेता जिस तरह से अब अवैध खनन को नहीं रोक पा रहे हैं और बीजेपी शासन काल में गुंडाराज 2 महीने में ही दिख रहा है. छत्तीसगढ़ में भी माफिया का राज मध्य प्रदेश जैसा हाल होने वाला है. अगर ऐसा रहा तो अधिकारी कर्मचारी क्या करेंगे ? हम इस घटना की निंदा करते हैं.

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