*सरकंडा होटल रिनीज नेस्ट के पास यातायात पुलिस द्वारा बुलेट के साइलेंसर की चेकिंग की गई 10 से अधिक वाहन पुलिस के गिरफ्त में आई है जोकि तय मानक पैमाना से अधिक थे*

सरकंडा होटल रिनीज नेस्ट के पास यातायात पुलिस द्वारा बुलेट के साइलेंसर की चेकिंग की गई 10 से अधिक वाहन पुलिस के गिरफ्त में आई है जोकि तय मानक पैमाना से अधिक थे
बिलासपुर / तेज रफ्तार पर लगाम लगाने और तय मानक पैमाना से अधिक आवाज निकलने वाले दोपहिया वाहनों पर यातायात पुलिस द्वारा कार्रवाई की है। शहर में लगातार शिकायत मिल रही थी कि बुलट चालक मानक साइलेंसर को हटाकर अधिक आवाज निकलने वाले साइलेंसर का प्रयोग कर रहे हैं, जिससे न सिर्फ अधिक आवाज आती है, बल्कि दूसरे लोग हादसे का शिकार भी हो रहे हैं।
कई गुना तेज हो जाती है आवाजः पर्यावरण (संरक्षण) नियम, 1986 के अनुसार, मोटरसाइकिल और स्कूटर्स के लिए अधिकतम ध्वनि सीमा 80 डेसिबल है। फैक्ट्री माडल के स्टाक साइलेंसर में तीन फिल्टर होते हैं जो कम आवाज करते हैं। लेकिन माडिफाइड साइलेंसर के चलते कम से कम 120 डेसिबल की आवाज निकलती है। ऐसे एक्जास्ट सिस्टम को लगाने का खर्च कुछ हजार रुपये होता है। कुछ बुलेट में पटाखों जैसी आवाज करने वाले साइलेंसर भी लगे हैं।

