तमिलनाडु में पीएम मोदी ने 20,140 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का किया शुरुआत

तिरुचिरापल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में विमानन, रेल, सड़क, तेल, गैस, शिपिंग और उच्च शिक्षा क्षेत्रों से संबंधित 20,140 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत की.

इसके अलावा पीएम ने तिरुचिरापल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नए टर्मिनस भवन का उद्घाटन किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन भी मौजूद थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए हवाईअड्डा टर्मिनस भवन के उद्घाटन से पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन तिरुचिरापल्ली पहुंचे. पीएम मोदी भी यहां पहुंच चुके हैं. यहां आने से पहले पीएम मोदी ने तिरुचिरापल्ली के भारतीदासन विश्वविद्यालय के 38वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया, जहां, राज्यपाल आरएन रवि और सीएम एमके स्टालिन भी मौजूद थे.

सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी का अभिनंदन किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु में कुल 20,140 करोड़ रुपये की लागत वाली पूरी हो चुकी परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं और नयी परियोजनाओं की नींव रखी.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नया टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया. नवंबर में विधानसभा चुनावों में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के प्रमुख राज्यों में भाजपा की जीत के बाद यह पीएम मोदी की दक्षिण की अपनी पहली यात्रा है. पीएम मोदी के आगमन से पहले सड़कों पर बीजेपी के बैनर लगाये थे.

मंगलवार को त्रिची में उनके आगमन पर जोरदार स्वागत की तैयारी कर ली गई है. पीएम मोदी के दौरे से पहले इलाके में व्यापक सुरक्षा तैनाती भी की गई है.नए टर्मिनल भवन को 1100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है. प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति के माध्यम से पहले बताया कि दो-स्तरीय नए अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल में सालाना 44 लाख से अधिक यात्रियों और पीक ऑवर्स के दौरान लगभग 3,500 यात्रियों को सेवा देने की क्षमता है.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि नए टर्मिनल भवन में 60 चेक-इन काउंटर, 5 बैगेज कैरोसेल, 60 आगमन आव्रजन काउंटर और 44 प्रस्थान प्रवासन काउंटर हैं. नए टर्मिनल भवन का डिजाइन तिरुचिरापल्ली की सांस्कृतिक जीवंतता से प्रेरित है. पीएमओ की विज्ञप्ति के अनुसार, इसमें कोलम कला से लेकर श्रीरंगम मंदिर के रंगों और अन्य थीम वाली कलाकृतियों को दर्शाया जाएगा, जो अपने गतिशील बाहरी पहलू और शानदार अंदरूनी हिस्सों के माध्यम से भारत के बाकी दुनिया से संबंध को दर्शाती हैं.टर्मिनल बिल्डिंग में कलाकृतियों के क्रिएटिव डायरेक्टर राजविग्नेश ने कहा कि हमने (नए टर्मिनल पर) बहुत सारी पेंटिंग का काम किया है और भित्ति चित्र लगाए हैं. नए टर्मिनल को कलाकृतियों से सुसज्जित करने में कुल 100 कलाकारों को लगाया गया था. ये भित्ति चित्र 30 दिनों के भीतर बनाये गये हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 और 3 जनवरी को दो दिनों के लिए तमिलनाडु, लक्षद्वीप और केरल के दौरे पर रहेंगे.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी त्रिची यात्रा के दौरान तमिलनाडु के लोगों को 19,850 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दिया. प्रधानमंत्री यहां भारतीदासन विश्वविद्यालय के 38वें दीक्षांत समारोह में भी हिस्सा लिया. उन्होंने तिरुचिरापल्ली में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में एविएशन, रेल, सड़क, तेल और गैस, शिपिंग और उच्च शिक्षा क्षेत्रों से संबंधित 19,850 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी.प्रधानमंत्री यहां कई रेलवे परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित किया. जिनमें मदुरै-तूतीकोरिन तक 160 किलोमीटर के रेल लाइन खंड का दोहरीकरण और रेल लाइन विद्युतीकरण की तीन परियोजनाएं शामिल हैं. रेल परियोजनाएं माल ढुलाई और यात्रियों को ले जाने की रेल क्षमता में सुधार करने में मदद करेंगी और तमिलनाडु में आर्थिक विकास और रोजगार के अलसर पैदा करेंगी.

प्रधानमंत्री राष्ट्र को सड़क से जुड़ी परियोजनाएं भी समर्पित किया. जो क्षेत्र के लोगों की सुरक्षित और तेज यात्रा की सुविधा प्रदान करेंगी और त्रिची, श्रीरंगम, चिदंबरम, रामेश्वरम, धनुषकोडी, उथिराकोसमंगई, देवीपट्टिनम, इरवाडी, मदुरै जैसे औद्योगिक और वाणिज्यिक केंद्रों की कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी.पीएम ने सड़क विकास परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी. जिसमें एनएच 332ए के मुगैयुर से मरक्कनम तक 31 किलोमीटर लंबी चार लेन सड़क का निर्माण भी शामिल है. ये सड़क तमिलनाडु के पूर्वी तट पर बंदरगाहों को जोड़ेगी. विश्व धरोहर मामल्लपुरम, और कलपक्कम परमाणु ऊर्जा संयंत्र को बेहतर कनेक्टिविटी देगी.

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने 9,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस क्षेत्र की परियोजनाएं क्षेत्र में ऊर्जा की औद्योगिक, घरेलू और वाणिज्यिक जरूरतों को पूरा करने की दिशा में एक अहम कदम होंगी.प्रधानमंत्री यहां इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र (आईजीसीएआर), कलपक्कम में फास्ट रिएक्टर ईंधन पुनर्प्रसंस्करण संयंत्र (डीएफआरपी) भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) तिरुचिरापल्ली के 500 बैड वाले लड़कों के छात्रावास ‘एमेथिस्ट’ का उद्घाटन भी किया.

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