14 फरवरी को गाय को गले लगाने की अपील वापस, सरकारी एजेंसी ने की थी अपील, सोशल मीडिया पर उड़ रहा था मखौल
भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने एक नोटिस जारी कर लोगों से 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ मनाने की अपील की थी. इसके बाद आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस जैसी कई विपक्षी पार्टियों ने 14 फरवरी को काउ हग डे के तौर पर मनाए जाने के फैसले का विरोध किया था. एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया (AWBI) ने 14 फरवरी को काउ हग डे 48 घंटे के अंदर ही अपील वापस ले ली है. हालांकि बोर्ड ने कहा है कि गाय को गले लगाने के फायदे हैं.
शिवसेना ने 14 फरवरी को काउ हग डे के तौर पर मनाए जाने के फैसले पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. शिवसेना ने दावा किया था कि अरबपती उद्योगपति गौतम अडानी भी मोदी के लिए होली काउ जैसे ही हैं.
कांग्रेस की वरिष्ठ सांसद रजनी पाटिल ने कहा कि मैं भी किसान परिवार से हूं. मैं रोजाना अपनी गाय को गले लगाती हूं. सिर्फ एक दिन के लिए नहीं. यह कदम बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए है.
14 फरवरी को वेलेंटाइन डे के रूप मनाया जाता है. इस दिन काउ हग डे मनाने की अपील के बाद से सोशल मीडिया पर लोग नाराजगी जता रहे थे. वहीं कुछ इस अपील का समर्थन कर रहे थे. सोशल मीडिया पर इस अपील को लेकर सैकड़ों मीम्स और जोक्स भी बने.
10 फरवरी को जारी AWBI के आदेश में कहा गया है कि 14 फरवरी, 2023 को काउ हग डे मनाने के लिए भारत के पशु कल्याण बोर्ड की अपील मंत्रालय के निर्देश के बाद वापस ले ली गई है. हालांकि इसकी वजह नहीं बताई गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने अपील को वापस लेने पर तंज कसते हुए पूछा कि पहले किसने यह विचार किया था.
कुछ लोगों ने शोशल मिडिया में पुरानी फिल्मों के फोटो और पोस्टर पोस्ट कर कहा वैलेंटाइन डे पर गाय को किस तरह हग करें. वहीं कुछ ने कहा अब वैलेंटाइन डे भी मर्जी से नहीं मना सकते.